Skip to content

राजन जी महाराज भजन लिरिक्स – (Superhit Bhajan) Rajan Ji Maharaj Bhajan Lyrics

Rajan Ji Maharaj Bhajan Lyrics 1-ज्योत से ज्योत जगाते चलो प्रेम की गंगा बहाते चलो भजन लिरिक्स   ज्योत से ज्योत जगाते चलो, प्रेम की गंगा बहाते चलो राह में आए जो दीन दुखी, सबको… राजन जी महाराज भजन लिरिक्स – (Superhit Bhajan) Rajan Ji Maharaj Bhajan Lyrics

Google Tumhara Naam Kya Hai | गूगल तुम्हारा नाम क्या है?

गूगल तुम्हारा नाम क्या है?. Google Tumhara Naam Kya Hai :- गूगल की स्थापना गूगल ( Google) एक अमेरीकी बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कम्पनी है, जो कि दुनिया के अधिकांश देश गूगल सर्च का ही प्रोयग करते है।… Google Tumhara Naam Kya Hai | गूगल तुम्हारा नाम क्या है?

निबंध किसे कहते हैं, निबंध के तत्व, निबंध के प्रकार

निबंध किसे कहते है  निबंध शब्द नि+बंध से बना है । जिसका अर्थ अच्छी तरह बंधी हुई परिमार्जित रचना से है । परिभाषा निबंध को विद्वानों के द्वारा अनेक परिभाषा दिया गया है । हडसन… निबंध किसे कहते हैं, निबंध के तत्व, निबंध के प्रकार

ravan ki height kitni thi | रावण की लंबाई कितनी थी

Ravan ki Height kitni thi रावण रामायण का एक प्रमुख चरित्र  है। रावण लंका का राजा था। रावण श्री राम के सबसे बड़े शत्रु थे रावण अपने दस सिरों के कारण भी जाना जाता है  जिसके कारण उसका नाम दशानन… ravan ki height kitni thi | रावण की लंबाई कितनी थी

उपन्यास किसे कहते हैं

उपन्यास किसे कहते हैं उपन्यास के प्रकार उपन्यास आधुनिक युग की देन है उपन्यास ऐसी गद्य रचना है जिसमें यथार्थ जीवन चित्रण किसी कथावस्तु के किया जाता है इसमें संपूर्ण समय जीवन का चित्रण होता… उपन्यास किसे कहते हैं

फासीवाद का अर्थ व परिभाषा, विशेषताएं, गुण

फासीवाद क्या है फासीवाद अंग्रेजी के fascism का अनुवाद है । इस भाषा में Fascio शब्द से बना है। जिसका अर्थ होता है लकड़ियों का बंधा हुआ बोझ । प्राचीन काल में रोम का राज्य… फासीवाद का अर्थ व परिभाषा, विशेषताएं, गुण

कहानी किसे कहते है, कहानी के तत्व, प्रकार, परिभाषा

कहानी क्या है परिभाषा कहानी गद्य की कथात्मक विधा है। एलेन पो – ने कहानी की भाषा इस प्रकार दी है- कहानी एक ऐसा आख्यान है जो इतना छोटा हो कि एक बैठक में पढ़ा… कहानी किसे कहते है, कहानी के तत्व, प्रकार, परिभाषा

रीतिकाल किसे कहते हैं, परिभाषा, रीतिकाल की विशेषताएं

रीतिकाल क्या है रीतिकाल – जिस प्रकार भाषा के पश्चात व्याकरण बनता है । उसी प्रकार साहित्य निर्माण के पश्चात लक्षण ग्रंथ बनते हैं। इन्हें रीति ग्रंथ भी कहते हैं। परिभाषा रीति का अर्थ अर्थात… रीतिकाल किसे कहते हैं, परिभाषा, रीतिकाल की विशेषताएं

नाटक और कहानी में अंतर । Natak aur kahani me antar

नाटक और कहानी में अंतर नाटक कहानी नाटक गद्य की विधा है। कहानी गद्य की विधा है। नाटक को देखा जा सकता है। कहानी को सुना जा सकता है। नाटक के लिए रंगमंच की आवश्यकता… नाटक और कहानी में अंतर । Natak aur kahani me antar

कबीर दास का भाव पक्ष कला पक्ष साहित्य में स्थान

कबीर दास का कला पक्ष , भाव पक्ष , रचनाएँ कबीरदास जी का प्रमुख ग्रंथ बीजक है । कबीर दास जी एक बहुत ज्ञानी व्यक्ति थे। उन्होंने उस समय की स्थिति को देखते हुए जो… कबीर दास का भाव पक्ष कला पक्ष साहित्य में स्थान